आपके बाद आपके बच्चों का भविष्य बचाएगा माइनर बेनिफिशरी ट्रस्ट

माइनर बेनिफिशरी ट्रस्ट बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने का एक बेहतरीन तरीका है। इस लेख में जानिए कैसे ट्रस्ट बनाकर आप अपने बच्चों के लिए वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। माता-पिता बच्चों के लिए धन-दौलत तो खूब जोड़ते हैं लेकिन यह नहीं सोचते कि उनके न रहने पर इस संपत्ति की सुरक्षा कैसे होगी? इसलिए समय रहते Estate Planning करना बहुत जरूरी है। इस प्लानिंग में ट्रस्ट बहुत ही कारगर साबित होता है। NEXGEN Estate Planning Solutions के फाउंडर डायरेक्टर डॉ. दीपक जैन के मुताबिक माइनर बेनिफिशरी ट्रस्ट बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने का एक बेहतरीन तरीका है। इसके जरिए आप न सिर्फ उनके पैसों को सही तरीके से मैनेज कर सकते हैं, बल्कि उनकी जरूरतों को भी पूरा कर सकते हैं। सही प्लानिंग और नियमों का पालन करके आप अपने बच्चों को एक सुरक्षित वित्तीय भविष्य दे सकते हैं।
माइनर बेनिफिशरी ट्रस्ट एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें बच्चों के नाम संपत्ति या पैसा ट्रस्ट के माध्यम से सुरक्षित रखा जाता है। चूंकि बच्चे नाबालिग होते हैं, वे अपने पैसों को मैनेज नहीं कर सकते। ऐसे में ट्रस्ट उनके पैसों को सही तरीके से मैनेज करता है और उनकी जरूरतों के अनुसार उन्हें फंड जारी करता है।
ट्रस्ट और विल में क्या अंतर है?
विल में एक बार पैसा ट्रांसफर हो जाने के बाद उस पर आपका कोई कंट्रोल नहीं रहता। लेकिन ट्रस्ट में आप शर्तें लगा सकते हैं कि बच्चे को कब, कितना और किस उद्देश्य से पैसा मिलेगा। उदाहरण के लिए, आप यह तय कर सकते हैं कि बच्चे को 18 साल की उम्र में एजुकेशन के लिए एक निश्चित राशि मिलेगी और 25 साल की उम्र में शादी के लिए एक अलग राशि।
ट्रस्टी और गार्जियन की भूमिका
ट्रस्टी वह व्यक्ति होता है जो ट्रस्ट को मैनेज करता है। शुरुआत में माता-पिता ट्रस्टी हो सकते हैं, लेकिन उनकी मृत्यु के बाद कोई अन्य विश्वसनीय व्यक्ति (जैसे चार्टर्ड अकाउंटेंट, वकील या परिवार का कोई सदस्य) इसकी जिम्मेदारी संभाल सकता है.