परिवार सहित अयोध्या पहुंचे बिहार के डिप्टी सीएम, महंत नृत्य गोपाल दास के जन्मोत्सव समारोह में होंगे शामिल

अयोध्या: बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ रविवार को दो दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे। यहां वह रामलला और हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन कर सरयू स्नान करेंगे। इसके बाद वह राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के जन्मोत्सव समारोह में शामिल होंगे।
सर्किट हाउस में डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके साथ ही स्थानीय भाजपा नेताओं ने उनका स्वागत भी किया। इस दौरान विजय कुमार सिन्हा ने अयोध्या धाम से सीतामढ़ी- जनकपुर कॉरिडोर, बिहार के चुनाव और सोशल मीडिया पर चर्चा में बने रहने वाले तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बारे में खुलकर बात की।
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि आज शक्ति की भूमि से भक्ति की भूमि पर आए हैं। भगवान राम हम सब के मां भारती के संतानों के ईष्ट हैं। उनके दरबार में हर यज्ञ, हर शुभ कर्म के बाद दर्शन करना है। जय श्रीराम से जय सियाराम तक हमारी कामना है कि भगवान राम मां जानकी की धरती पर पधारें। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने मां जानकी की धरती सीतामढ़ी पर कई काम शुरू करवाए हैं। अयोध्या से सीतामढ़ी-जनकपुर तक जो कॉरिडोर बनेगा, वो हर रामभक्त को आनंद प्रदान करेगा।
सिर्फ सोशल मीडिया पर जीवित हैं नेता प्रतिपक्ष
लालू प्रसाद यादव की ओर से तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से निकाले जाने पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग नकारात्मक परिवेश में बने रहना चाहते हैं, और जब अवसर मिलता है कुछ कर नहीं पाते। लेकिन, बोली और गोली से वे चर्चा में रहेंगे ही। उनके माता-पिता को मौका मिला, दूसरे बेटे तेजस्वी खुद भी दो-दो बार डिप्टी सीएम रहे, पर एक भी अपराधी पर कार्रवाई नहीं कर सके।
सोशल मीडिया पर जीवित हैं पप्पू और अप्पू
डिप्टी सीएम रहते हुए जिस विभाग के मंत्री थे, उसमें एक भी नियुक्ति नहीं कर पाए। लेकिन, सोशल मीडिया पर एक नई फौज के माध्यम से खुद को हाइलाइटेड करने वाले कंटेंट को डालना, यही उनका शौक है। पप्पू और अप्पू दोनों नेता प्रतिपक्ष देश और बिहार में हैं। दोनों सिर्फ सोशल मीडिया पर जीवित हैं। उनका अपना कोई ऐसा विजन और काम नहीं है, जिसकी बदौलत उनकी पहचान बन सके। बिहार की जनता जानती है जो चार्टर्ड विमान पर बर्थडे मनाता हो, जो सावन में और नवरात्र में सनातन के संतानों को लज्जित करता हो, ऐसे लोग कभी आम लोगों के हृदय में सम्मान के योग्य नहीं हो सकते।