अहमदाबाद विमान हादसे के बाद डीजीसीए का बड़ा कदम, व्यापक ऑडिट के लिए नया ढांचा शुरू

बीते दिनों अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे के बाद से डीजीसीए विमानन क्षेत्र में अहम बदलाव करने की तैयारी कर रहा है। अब डीजीसीए ने व्यापक विशेष ऑडिट के लिए एक नई व्यवस्था शुरू करने का फैसला किया है। इसके तहत डीजीसीए के ऑडिट अब सक्रिय रूप से प्रणालीगत कमजोरियों की पहचान करेंगे। इन ऑडिट्स में ये भी सुनिश्चित किया जाएगा कि अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन के मानकों और उसके द्वारा बताई गई बातों का अच्छी तरह से पालन हो। साथ ही भारत के राष्ट्रीय विमानन शर्तों का भी कड़ाई से पालन हो सके।
एअर इंडिया के तीन अधिकारियों को हटाया
इससे पहले शनिवार को डीजीसीए ने एअर इंडिया के डिवीजनल वाइस प्रेसिडेंट समेत अपने तीन अधिकारियों को चालक दल (क्रू) की समय-सारणी और रोस्टरिंग से संबंधित सभी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों से हटाने का आदेश दिया था। डीजीसीए ने अपने आदेश में कहा कि लाइसेंसिंग, आराम और नवीनता आवश्यकताओं में चूक के बावजूद उड़ान चालक दल (क्रू) के शेड्यूल और संचालन में एअर इंडिया ने बार-बार लापरवाही बरती। इस लापरवाही का पता ARMS से CAE उड़ान और चालक दल प्रबंधन प्रणाली में परिवर्तन के बाद की समीक्षा के दौरान चला। एआरएमएस (एयर रूट मैनेजमेंट सिस्टम) एक सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म है जिसका उपयोग एयरलाइन द्वारा विभिन्न परिचालन और प्रबंधन कार्यों के लिए किया जाता है। इसमें चालक दल की रोस्टरिंग और उड़ान योजना आदि शामिल हैं।
एअर इंडिया का विमान हो गया था दुर्घटनाग्रस्त
बीती 12 जून को अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रहा एअर इंडिया का विमान उड़ान भरते ही हादसे का शिकार हो गया था। विमान में कुल 242 यात्री और चालक दल के सदस्य थे। हादसे में एक यात्री को छोड़कर बाकी सभी लोग मारे गए थे। एअर इंडिया विमान एआई-171 अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरते ही एक हॉस्टल की इमारत पर क्रैश हो गया था। जिससे हॉस्टल में मौजूद अन्य 29 लोग मारे गए थे। इस तरह एअर इंडिया विमान हादसे में कुल 270 लोगों की जान गई। एक सप्ताह का समय बीत जाने के बाद 215 मृतकों की डीएनए मिलान के जरिये पहचान कर ली गई है। 198 शव उनके परिवारों को सौंप दिए गए हैं। अहमदाबाद सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ राकेश जोशी ने बताया कि जो 198 शव सौंपे गए हैं उनमें 149 भारतीय, 32 ब्रिटिश, सात पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक है।