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बीएसएफ-नौसेना की जानकारियां PAK एजेंट से साझा करने वाला कच्छ से गिरफ्तार; बनासकांठा में घुसपैठिया ढेर

अहमदाबाद: गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने कच्छ सीमा के पास एक जासूस को गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान सहदेव गोहिल के रूप में हुई है। अधिकारियों के मुताबिक, सहदेव गोहिल कच्छ के दयापार में एक स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहा था। वह कथित तौर पर पाकिस्तान की ओर से प्रायोजित जासूसी गतिविधियों में शामिल था। जांच में पता चला है कि सहदेव गोहिल अदिति भारद्वाज नाम की एक महिला के संपर्क में आया था, जो एक पाकिस्तानी जासूस है।

इस बीच बीएसएफ के जवानों ने 23 मई की रात गुजरात के बनासकांठा जिले में भारतीय क्षेत्र में घुसने की कोशिश कर रहे एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को भी मार गिराया है। बीएसएफ ने बताया कि बीएसएफ के जवानों ने एक संदिग्ध व्यक्ति को अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करके सीमा बाड़ की ओर बढ़ते देखा। उन्होंने घुसपैठिए को चुनौती दी, लेकिन वह आगे बढ़ता रहा, जिससे उन्हें गोली चलानी पड़ी। घुसपैठिए को मौके पर ही मार गिराया गया।

गोहिल पर ISI के हैंडलर से लगातार संपर्क में होने का संदेह
इससे पहले गिरफ्तार संदिग्ध जासूस मामले की शुरुआती जांच में पता चला कि आरोपी ISI के हैंडलर से लगातार संपर्क में था। दावा किया गया कि सहदेव गोहिल ने कथित तौर पर भारतीय नौसेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के बारे में संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान को दी। बदले में गोहिल को 40 हजार रुपये मिले। संदेह है कि अदिति नाम की कोई महिला रही ही न हो, बल्कि इस नाम का इस्तेमाल एक पाकिस्तानी हैंडलर की ओर से किया जा रहा हो।

गुजरात एटीएस को ऐसे मिली कामयाबी
गुजरात एटीएस एसपी के सिद्धार्थ ने कहा कि गुजरात एटीएस ने कच्छ से सहदेव सिंह गोहिल को गिरफ्तार किया है। हमें जानकारी मिली थी कि वह बीएसएफ और आईएएफ से जुड़ी जानकारियां पाकिस्तानी एजेंट से साझा कर रहा था। आरोपी को 1 मई को प्रारंभिक जांच के लिए यहां बुलाया गया था। पता चला कि जून-जुलाई 2023 के दौरान सहदेव सिंह गोहिल व्हाट्सएप के जरिए अदिति भारद्वाज नाम की लड़की के संपर्क में आया था। उससे बात करते हुए उसे पता चला कि वह पाकिस्तानी एजेंट है। उसने बीएसएफ और नौसेना की निर्माणाधीन या नई बनी जगहों की तस्वीरें और वीडियो मांगीं। उसने व्हाट्सएप के जरिए तस्वीरें और वीडियो साझा करना शुरू कर दिया।

उन्होंने आगे बताया कि 2025 की शुरुआत में उसने अपने आधार कार्ड पर एक सिम कार्ड खरीदा और ओटीपी की मदद से अदिति भारद्वाज के लिए उस नंबर पर व्हाट्सएप एक्टिवेट कर दिया। उसके बाद उस नंबर पर बीएसएफ और आईएएफ से जुड़ी सभी तस्वीरें और वीडियो साझा कर दिए गए। उसे एक अज्ञात व्यक्ति ने 40,000 रुपये नकद भी दिए। उसका फोन एफएसएल को भेज दिया गया है। व्हाट्सएप अदिति भारद्वाज के नाम से नंबर पाकिस्तान से संचालित किए जा रहे थे। हमने सहदेव सिंह गोहिल और पाकिस्तानी एजेंट अदिति भारद्वाज के खिलाफ बीएनएस की धारा 61 और 148 के तहत मामला दर्ज किया है।

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