‘तेरी मिट्टी’ गाना लिखने से पहले मनोज मुंतशिर ने देखा था यह वीडियो, नए लेखकों को दी खास सलाह

हिंदी सिनेमा के मशहूर गीतकार मनोज मुंतशिर ने हाल ही में अपनी लेखन यात्रा से लेकर अपनी निजी पसंद को लेकर खुलकर बात की। इस खास बातचीत में उन्होंने गीत लेखन की बारीकियों, अपने आदर्शों और युवा लेखकों के लिए खास सलाह भी दी।
‘तेरी मिट्टी’ के पीछे की ये है कहानी
मनोज ने कहा कि कवि और आम इंसान में सबसे बड़ा फर्क अभिव्यक्ति का होता है। कवि अपने दिल की बात कह देता है, जबकि आम आदमी उसे व्यक्त नहीं कर पाता। अपने सबसे मशहूर गाने ‘तेरे मिट्टी’ (केसरी, 2019) के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें वर्दीधारी लोग हमेशा से आकर्षित करते थे। जब करण जौहर और अनुराग सिंह ने उन्हें इस गाने के लिए बुलाया तो उन्हें फिल्म के दृश्य दिखाए गए। इन दृश्यों को देखकर उनके मन में सवाल उठा कि अगर कोई डिवाइस बता पाता कि बलिदान देने वाले सैनिक के मन में क्या चलता है, तो शायद वह यही बताता कि उन्हें वतन के लिए जान देने पर गर्व महसूस हो रहा है। यही भाव ‘तेरे मिट्टी’ का आधार बना।
आनंद बक्शी की तारीफ में कही ये बात
मनोज ने दिग्गज गीतकार आनंद बक्शी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, “आनंद बक्शी के हर गाने को सुनकर लगता है कि काश मैंने इसे लिखा होता। मैं अपना पूरा करियर उनके एक-एक गाने के बदले दे सकता हूं। अगर वे आज मेरे दौर में लिख रहे होते तो मैं कब का लेखन छोड़ चुका होता।” उन्होंने कैफी आजमी के गाने ‘होके मजबूर मुझे उसने भुलाया होगा’ को भी अपनी पसंद बताया।
युवा लेखकों को दी खास सलाह
युवा लेखकों को सलाह देते हुए मनोज ने कहा कि लेखन से पहले खूब पढ़ना जरूरी है। उन्होंने कहा, “2000 पन्ने पढ़ने के बाद ही दो पन्ने लिखने की कोशिश करें। इतना पढ़ने के बाद दो पन्ने अपने आप लिख जाएंगे।” उन्होंने जोर दिया कि गहरा अध्ययन ही लेखन को समृद्ध बनाता है।
निजी पसंद के बारे में भी की खुलकर बात
निजी पसंद के बारे में बात करते हुए मनोज ने कहा कि उन्हें बिहारी व्यंजन बाटी-चोखा बेहद पसंद है। घूमने की बात पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह लद्दाख जाना पसंद करेंगे। इस बातचीत में उन्होंने अमिताभ बच्चन औऱ मीना कुमारी को अपना पसंदीदा कलाकार बताया। रैपिड फायर राउंड में एक सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर उन्हें अभिनय का मौका मिला तो वह करीना कपूर खान के साथ फिल्म में काम करना चाहेंगे।