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धुले के सरकारी गेस्ट हाउस से करोड़ों रुपये मिलने का मामला, राउत ने सीएम पर उठाए सवाल

मुंबई:  शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने धुले के सरकारी गेस्ट हाउस से करोड़ों रुपये मिलने के मामले में सीएम फडणवीस पर सवाल उठाए हैं और पूछा कि सीएम ने इसकी जांच ईडी को क्यों नहीं सौंपी? संजय राउत ने सीएम के जांच के लिए एसआईटी गठित करने के फैसले की भी आलोचना की और कहा कि सीएम को एसआईटी गठित करने की बजाय एफआईआर दर्ज करने के निर्देश देने चाहिए थे।

संजय राउत ने सीएम को घेरा
संजय राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ‘सीएम को एसआईटी गठित करने का आदेश देने के बजाय विधायक अर्जुन खोटकर के पीए किशोर पाटिल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश देने चाहिए थे।’ खोटकर, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के विधायक हैं। संजय राउत ने ये भी मांग की कि मामले की जांच के लिए बनी एसआईटी के लिए एक समयसीमा भी तय की जानी चाहिए। विपक्ष का दावा है कि गेस्ट हाउस के कमरे से पांच करोड़ रुपये बरादम हुए हैं। शिवसेना यूबीटी नेता ने कहा कि ‘अगर खोटकर का कहना है कि उनकी छवि को बदनाम करने के लिए यह पूरी घटना प्लान की गई तो फिर किशोर पाटिल को विधान परिषद अध्यक्ष राम शिंदे ने निलंबित क्यों किया? सीएम फडणवीस को इस मामले को जांच के लिए ईडी को सौंपना चाहिए।’

क्या है मामला
महाराष्ट्र के धुले जिले के सरकारी गेस्ट हाउस से एक करोड़ 84 लाख रुपये बरामद हुए थे। यह पैसे ऐसे समय बरामद हुए, जब धुले जिले के विकास कार्यों का निरीक्षण करने विधान मंडल की आकलन समिति के 11 विधायक धुले पहुंचे हुए थे। समिति के सदस्यों को धुले के सरकारी गेस्ट हाउस में ठहराया गया था। इस गेस्ट हाउस में समिति के अध्यक्ष और विधायक अर्जुन खोटकर के पीए किशोर पाटील के नाम पर कमरा बुक था। उसी कमरे से करोड़ों रुपये मिले। धुले के पूर्व विधायक और शिवसेना यूबीटी के नेता अनिल गोटे ने कमरे में करोड़ों रुपये होने की शिकायत की थी, जिसके बाद पुलिस ने कमरे का ताला तोड़कर रकम बरामद किया।

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